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कविता

संस्कार की बुनियाद

सुरजन परोही


'माँ' का गर्भ
संस्कार की बुनियाद है
'माँ' जीवन के
ग्रंथ का दूसरा नाम है
जिसका ज्ञान
स्मृति कोश में नहीं
जीवन में
जीवन के लिए

 


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हिंदी समय में सुरजन परोही की रचनाएँ